जत-सत रहणा कूड़ न कहणा, जोग तणी सहनाणी ।1।
अमी चवै मुख इमरत बोलो, हालो गुरु फरमाणी ।2।
मन कर लेखण तन कर पोथी, हरगुण लिखो पिराणी ।3।
गाय'र गाडर भैंस'र छाळी, गळबो काट न खाणी ।4।
सिरज्या देव अमी रा कूंपा, दुय दुय पिवो पिराणी ।5।
जे गळ काट्यां हुवै भलेरो, अपरो काट पिराणी ।6।
कांटो भागां थरहर कांपो, राखो जीव अमाणी ।7।
आप रो जीव खरो पियारो, पर जीवां ऊं जाणी ।8।
बळि बाकळ भैरूं री पूजा, गोरख मना न भाणी ।9।
कुंडा धोवै करद पलारै, रगत करै महमाणी ।10।
से नर जाणे सुरगे जास्यां, कोरा रैया अयाणी ।11।
खोटांनै जमदूत धवैला, भाड़ धवै ज्यू धाणी ।12।
लोहापांगळ भरमे भूला, जोग जुगत न जाणी ।13।
कामड़ियां री पाटी पढ़ग्या, सेवो मड़ा मसाणी ।14।
या करणी सूं नरकां जासो, हुवो प्रेत पिराणी ।15।
साधु हीर (हिंवर) हिंडोलै हीडै, पूतां सुरग विवाणी ।16।
साधांनै इंद लोके वासो, देव तणी देवाणी ।17।
भूखांनै गुरु भोजन मेले, तिसियां पावै पाणी ।18।
सील सिनानी रळमळ हालो, ज्यूं रळ चालै पाणी ।19।
गुरु प्रसादे गोरख वचने, (श्रीदेव) जसनाथ (जी)
बोल्या इमरत वाणी ।20।
अमी चवै मुख इमरत बोलो, हालो गुरु फरमाणी ।2।
मन कर लेखण तन कर पोथी, हरगुण लिखो पिराणी ।3।
गाय'र गाडर भैंस'र छाळी, गळबो काट न खाणी ।4।
सिरज्या देव अमी रा कूंपा, दुय दुय पिवो पिराणी ।5।
जे गळ काट्यां हुवै भलेरो, अपरो काट पिराणी ।6।
कांटो भागां थरहर कांपो, राखो जीव अमाणी ।7।
आप रो जीव खरो पियारो, पर जीवां ऊं जाणी ।8।
बळि बाकळ भैरूं री पूजा, गोरख मना न भाणी ।9।
कुंडा धोवै करद पलारै, रगत करै महमाणी ।10।
से नर जाणे सुरगे जास्यां, कोरा रैया अयाणी ।11।
खोटांनै जमदूत धवैला, भाड़ धवै ज्यू धाणी ।12।
लोहापांगळ भरमे भूला, जोग जुगत न जाणी ।13।
कामड़ियां री पाटी पढ़ग्या, सेवो मड़ा मसाणी ।14।
या करणी सूं नरकां जासो, हुवो प्रेत पिराणी ।15।
साधु हीर (हिंवर) हिंडोलै हीडै, पूतां सुरग विवाणी ।16।
साधांनै इंद लोके वासो, देव तणी देवाणी ।17।
भूखांनै गुरु भोजन मेले, तिसियां पावै पाणी ।18।
सील सिनानी रळमळ हालो, ज्यूं रळ चालै पाणी ।19।
गुरु प्रसादे गोरख वचने, (श्रीदेव) जसनाथ (जी)
बोल्या इमरत वाणी ।20।
incredible patwariG
ReplyDeleteधन्यवाद भाई जी
Deleteबहुत ही बढ़िया प्रस्तुति
ReplyDeleteGood work patwari ji....
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